Tuesday 24 December 2013

बेरोजगारी की समस्या

बेरोजगारी की समस्या


बेरोजगारी हमारी सरकार के चेहरे कि गंभीर समस्या है. हमारे नेता बुद्धिमानी से इसे हल करने के 

लिए अपनी अधिकतम पूरी कोशिश कर रहे हैं. यह जितनी जल्दी हल नहीं है, तो एक सामाजिक क्रांति 

अपने हल है दलील लग सकता है. बेरोजगारी का मुख्य कारण आबादी के चुकाया वृद्धि है.आजादी के 

बाद भारत की आबादी threes बार अपने कुल की वृद्धि हुई है. लोग गुणा करते हैं, तो बेरोजगारी की 

समस्या वहाँ उठाती है और सरकार लोगों की पर्याप्त संख्या को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए यह 

कठिन हो जाता है. सिद्धांत की बात के रूप में यह रूप में दूर संभव के रूप में सभी को रोजगार 

उपलब्ध कराने के लिए सरकार का कर्तव्य हो जाता है और हम हमारी सरकार आज की इस श्रृंखला में 

समस्या का समाधान करने के लिए गहरी रुचि ले रहा है कि धन्य हैं.आबादी की वृद्धि अनियंत्रित जा 

रहा है के रूप में, एक भी क्षेत्र में नौकरियों और सेवाओं आमतौर पर अपर्याप्त बनी हुई है. हमारे 

युवाओं को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद रोजगार नहीं मिल रहा है, तो वे नाराज हो जाते हैं और 

निराश महसूस करते हैं. बेरोजगारी के तीन प्रकार, अर्थात् हैं., शिक्षित नहीं हैं जो श्रमिक वर्ग, किसी 

भी तकनीकी योग्यता और ऐसे इंजीनियरों के रूप में तकनीकी व्यक्तियों रखने के बिना शिक्षित 

व्यक्तियों और तकनीकी. हमें उन्हें एक एक करके प्रार्थना करते हैं. श्रमिक वर्ग के मामले में दैनिक 

अपनी आजीविका कमाने के लिए और बस कहीं दैनिक रोजगार खोजने के लिए कुछ विशिष्ट जगह पर 

खुद को जमा हुए लाखों लोग कर रहे हैं.


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